বাংলা চটি: জেসিকার গরম গল্পে অশ্লীল কথোপকথন

ना ही उनके पाँव भारी हुए. XXX HD Hindi वो दीदी को अपने बेडरूम में ले गया. वो बबवा बोला.शालिनी दीदी तो वैसे ही नसीब की मारी थी. ये गुप्त बात मेरे और दीदी के बीच में थी.अगले शुक्रवार मैं फिर दीदी को लेकर बाबा के पास पंहुचा. बाबा ने कहा की यदि दीदी उनके साथ ३ महीने तक सम्भोग करे तो सायद उनको संतान हो जाए.अब तुम ही बताओ सुंदर! बाबा हौंक हौंक के दीदी के यौवन को मस्ती से लूटता रहा. उसने मेरी दीदी को निचे से उपर तक देखा. मजबूरी इन्सान से क्या नहीं करवाती है. दीदी ने बाबा से बेचैन होकर पूछा.बेटी!! मजबूरी इन्सान से क्या नहीं करवाती है. शर्म करोगी तो महाप्रसाद कैसे लोगी?? पर आने वाले लोग जो श्रद्धा से उनको दे देते थे, वो वही ले लेता था.उनकी एक बड़ी सी झोपडी थी. दीदी को इस पर बड़ा संकोच हुआ.बेटी! बाबा ने अपनी लम्बी आसाराम बापू जैसे लम्बी दाढ़ी को उपर

বাংলা চটি: জেসিকার গরম গল্পে অশ্লীল কথোপকথন

Related videos