रविवार को देसी को क्या चाहिए? हाँ, ताज़ा वीर्य और गाढ़ा माल

मैंने तुम्हें यहाँ उतारा है। कौन हो तुम। और किस प्रयोजन से अंतरिक्ष में हो?अंतरिक्ष क्या किसी के बाप की जागीर है.. XXX अलख.. के.। मैंने अंग्रेजी में कहा – सिम्पल सी बात है। मैं अकेला ही चला जाता हूँ।फ़िर मैंने आंटी को जो हमारे वार्तालाप को बङे अजीव भाव से सुन रही थीं (क्योंकि वो भाषा उनके पल्ले ही नहीं पङ रही थी) को समझाया कि कोई दो तीन घन्टे (जबकि मुझे अच्छी तरह से मालूम था कि किनझर से मेरी वापसी अगली सुबह तक ही हो पायेगी। पर मैं इसलिये निश्चित था।क्योंकि एक तो बाबाजी पृथ्वी पर ही रुक रहे थे। अतः आंटी यदि घबराती भी। तो वो उन्हें मूर्क्षा में भेज देंगे। और आंटी को ऐसा प्रतीत होगा। मानों उन्हें स्वाभाविक नींद आ गयी हो। दूसरे ये एक इंसान। मेरे दोस्त की जिन्दगी का सवाल भी था। तीसरे मैं अकेला जाने का बेहद इच्छुक था। क्योंकि बाबाजी के साथ तो मैं सैकङों बार

रविवार को देसी को क्या चाहिए? हाँ, ताज़ा वीर्य और गाढ़ा माल

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