कहीं आप मुझे बना तो नहीं रहे हैं?”मेरी नज़र उसके मम्मों पर थी जो उसकी कमीज़ के महीन कपडे से झाँक रहे थे. वो चूत के अन्दर गहराई तक मार कर रहा था. Hot xxx खैर अपने आदमियों को एग्रीमेंट बनाने की हिदायत दे कर मैंने चाय के बहाने कुछ वक़्त निकाला.कुछ देर बाद मेरा आदमी एग्रीमेंट ले कर आया. मैंने अपना मुंह उसके गाल पर रख दिया और उसे मज़े से चूसने लगा.यह मन्ज़र मेरी कल्पना से भी ज्यादा दिलकश था – मुमताज का नंगा जिस्म मेरे सामने, उसकी नंगी चून्चियां मेरी मुट्ठियों में और मेरे होंठ उसके लज़ीज़ रुखसार पर. वैसे यह दूर की कौड़ी थी. मैं तो सोच रहा था कि मुझे उसका खुला निमंत्रण क़र्ज़ के कारण ही मिला था. मैंने आगे कहा, “तुम्हारी कसम, ऐसे हसीन मम्मे मैंने आज तक नहीं देखे. मुझे यकीन था कि वो क़र्ज़ की मियाद बढाने की बात करेगा.
बहनोई की बहन ने जानबूझकर मेरा जिस्म भड़काया और चुदाई के लिए उकसाया
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