“मालकिन साथ कामसूत्र”किसी और पे भरोसा करने से अच्छा है आप मेरी बात मानलो। यदि डॉक्टर्स से भी इलाज़ करवाया तो वो भी क्या पता किस का वीर्य मेरे गर्भाशय में डालेंगे। तुमसे सेक्स करूंगी तो कम से कम ये तो पता होगा इसका बाप कौन है और मुझे तसल्ली तो रहेगी के इसके बाप को मैं जानती हूँ।सो प्लीज़ मेरी विनती मानलो, और मैं ये काम मुफ्त में नही करवाउंगी। इसके लिए जितने पैसे मांगोगे देने के लिए तैयार हूँ। उधर हॉस्पिटल में भी खर्च भरना पड़ेगा। इस से बेहतर तो ये है के वही पैसे तुम रखलो। बोलो क्या राय है आपकी ?मैं — देखिए मैडम जी, मैं आपकी भावनाओ को समझता हूँ। लेकिन अपने मालिक से मैं गद्दारी नही कर सकता।स्वाति— इसमें गद्दारी वाली कोनसी बात है। तुम तो उनकी ही मदद कर रहे हो। चाहे चोरी छिपे ही हो रही है। उनका भी दुनिया में नाम रह जायेगा। वरना हमारी जायदाद
प्रणवी की गर्म चैट और पेशाब का मज़ा, तेलुगु ऑडियो के साथ
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