मुँह में मोटाई की वजह से जा नहीं रहा था तो उसने अचानक मेरी गर्दन पकड़ के एक झटका मार दिया, मेरी आँखें बाहर आ गईं और मुंह फट गया।लेकिन मैं भी बहुत पक्की थी, लंड बाहर नहीं निकाला और मुट्ठियाँ बंद कर लीं और पूरा जोर लगा के मुंह आगे पीछे करने लगी, जितना ही सकता था। मैंने बहुत कोशिश की लेकिन लंड चार इंच से ज़्यादा मुँह में न ले पायी। अचानक वो खड़ा ही गया और एक झटके से अपने सारे कपड़े उतार दिए।मैं भी खड़ी होने लगी तो दारू के नशे की वजह से एकदम चक्कर सा आके गिरने ही लगी थी कि उसने मुझे अपनी बांहों में भर के ऊपर उठा लिया और फिर बेड पे लिटा दिया और कैमरे के सामने ले आया, लिटाते ही अपना मुंह मेरी चूत पर रख दिया और गांड में अपनी बीच वाली उंगली डाल दी।चूत पे मुँह होने के कारण मुझे मज़ा आया