अब आप में वो बात नहीं रही!” नादिया ने आबिद का लंड को चूसते हुए शरारत भरे लहज़े में कहा।आबिद: “क्या हुआ जानेमन… किस बात की कमी है?”नादिया: “हम्म देखो ना… पहले तो ये मेरी फुद्दी देखते ही खड़ा हो जाता था और अब देखो दस मिनट हो गये इसके चुप्पे लगाते हुए… अभी तक सही से खड़ा नहीं हुआ है!”आबिद: “आहह तो जल्दी किसे है मेरी जान! XXX Hindi वो भी करना छोड़ दिया। धीरे-धीरे उसकी मर्दाना ताकत शराब में डूबती चली गयी। कोई दिन ऐसा नहीं होता जब वो नशे में धुत्त गिरते पड़ते घर ना आया हो।इस सबके बावजूद आबिद चुदक्कड़ नहीं था कि कहीं भी मूँह मारता फिरे। उसका जिस्मानी रिश्ता सिर्फ़ नादिया के साथ ही था जिसे वो दिलो-जान से चाहता था। जैनब ने शुरू-शुरू में अपने हुस्न और खूबसूरती और अदाओं से आबिद को रिझाने और सुधारने की बेहद कोशिश की… लेकिन उसे नाकामयाबी ही हासिल हुई।फिर जैनब ने इकरा… जो
बंधी हुई कुंवारियाँ और उनकी शिक्षिका: प्यासी देहों का वशीकरण
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