अँधेरी लालटेन का मंचन: विक्टोरियन अंग्रेज सज्जन की गुप्त यौन कहानियाँ, पारिवारिक वर्जनाओं का कामुक खेल

तुम?? Xxx hindi bf मेरी छिनाल!!” मैं बोला.उसके बाद वो साड़ी खोल डाली और पेटीकोट उतार डाली। अपने पैर खोल दी। चाची खुद ही चुदने का निमन्त्रण देने लगी। उसकी चूत पर मेहरून कलर की पेंटी किसी ढोलकी के चमड़े की तरह चपकी हुई थी। मैं पेंटी उतार डाली। मुझे रौशनी चाची की भरी पूरी गद्दीदार बुर के दर्शन हो गये थे।उन्होंने खुद ही अपनी चूत को ऊँगली से फैलाकर दर्शन करवा दिया। उसकी चूत किसी टोर्च की तरह चमक मार रही थी। मैं अपना आपा खो दिया और जल्दी जल्दी चाटने लगा। वो “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” करने लगी।मुझे आज बड़े दिनों बाद किसी हसीन औरत की बुर चाटने को मिली थी इसलिए मैं भी बड़ा प्यासा था। अपना पूरा मुंह टिकाकर अच्छे से चूस चाट रहा था। रौशनी चाची के बदन में अब आग सी लग रही थी। इतना जोश में आ गयी कि मेरे सिर को अपनी चूत में धकेलने लगी। उनकी

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