बंगाली चोटी कहानी – सौतेली बहन के साथ जंगली चौथा सेक्स सीन

कुछ भी पता नहीं चल रहा था।“शुभांगी बेटा, तुम ठीक हो ना… इतनी रात गए फ्रिज के सामने क्या कर रही हो?” उनकी आवाज से मैं फिर से होश में आयी.उनकी आंखों में अजीब सी चमक दिख रही थी… पर क्यों?फिर मैंने अपनी अवस्था पर ध्यान दिया। मैं मौसा जी के सामने बिल्कुल छोटी सी नाईटी में थी, अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी इसलिए उनको मेरे उभारों का आकार ठीक से नजर आ रहा था। फ्रिज की रोशनी में मेरा पूरा बदन चमक रहा था और उत्तेजना में खड़े हुए मेरे निप्पल का आकार नाईटी के ऊपर से नजर आ रहा था। शायद इसलिए उनकी आँखों में चमक थी।उस ख्याल से मेरा बदन थरथराने लगा, मैंने झट से फ्रिज का दरवाजा बंद कर दिया। उसी वक्त मेरी जांघों में खीरे ने मेरी चुत के दाने को रगड़ा और एक अलग ही उत्तेजना पैदा हो गयी। उसकी ऐसी किक मिली के मैं आँखें बंद करके

बंगाली चोटी कहानी – सौतेली बहन के साथ जंगली चौथा सेक्स सीन

Related videos